एक बार एक मछुआरा नदी किनारे
मछली पकड़ने
जाता है, परन्तु उसे तालाब के पास पहुँच
कर एहसास
होता है कि वह मछली पकड़ने के लिए
चारा तो ले
कर ही नहीं आया!
जब वह यह सोच
ही रहा होता है तो उसकी नज़र एक
सांप पर पड़ती है जिसने मुंह में एक केचुआ
पकड़ा हुआ
होता है!
यह देख वह सांप को फन से
पकड़ता है और
उसके मुंह से केचुआ छीन लेता है! परन्तु केचुआ
छीन ने के तुरंत बाद ही उसे
आत्मग्लानि होती है, कि उसने एक जीव से
उसका भोजन छीन लिया! इस
आत्मग्लानि से
छुटकारा पाने के लिए वह उस सांप के मुंह में
थोड़ी सी बीयर डाल देता है और
मछली पकड़ने चल
पड़ता है! थोड़ी देर बाद जब वह तालाब के
किनारे
मछली पकड़ रहा होता है तो उसे
अपनी पतलून के
निचले हिस्से में खिंचाव सा महसूस होता,
जब वह
कारण जानने के लिए नीचे देखता है तो वह
पाता है
कि वही सांप मुंह में तीन और केंचुए पकडे हुए
उसकी तरफ देख रहा है!