danish_vij
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जालंधर। चार साल तक शहर में गोल गप्पे बेच कर जासूसी करने वाले पाकिस्तानी नागरिक मोहम्मद आलम को अदालत ने 14 साल की कैद की सजा सुनाई है। आलम 2006 में जालंधर आया, एक सब्जी विक्रेता से दोस्ती गांठ कर उसकी शादीशुदा बहन को अपने प्यार के जाल में फंसाया। एक अकाली नेता के जरिए ड्राइविंग लाइसेंस भी बनवा लिया। भारतीय पासपोर्ट बनवाने चला था कि पकड़ा गया।
सीआईए स्टाफ के इंचार्ज सतीश मल्होत्रा (अब एसीपी लुधियाना की टीम ने वर्कशॉप चौक से 21 अगस्त, 2010 को उसे गिरफ्तार किया था। खास बात यह है कि आलम ने दो साल से जिस प्रिया सिंह से साथ रह रहा था, वह भी उसे ठाकुर अमरदास ही समझती रही। यूपी के जौनपुर की रहने वाली प्रिया सिंह ने पुलिस की तफ्तीश में कहा था- अमर ने कभी घर में नमाज तक नहीं पढ़ी।
मुझे कैसे पता चलता कि वह पाकिस्तानी है। शुरुआत में तो वह पुलिस से यही कहती रही कि उसके पति को गलत गिरफ्तार किया गया है। प्रिया का भाई जितेंद्र सिंह यहां नई सब्जी मंडी में सब्जी बेचा करता था। उसे दोस्त बनाया। जितेंद्र की पत्नी की मौत पर उसके साथ यूपी गया। वहां दोनों की मुलाकात हुई थी। ठाकुर अमरदास के नाम से आलम ने रंधावा मसंदा में इलाहाबाद बैंक की ब्रांच में खाता खुलवा रखा था। पैसे इलेक्ट्रानिक ट्रांसफर के जरिए आते थे। दुबई से वेस्टर्न यूनियन के जरिए। उसका एक भाई दुबई में रहता था।
आलम के बारे में पुलिस और खुफिया एजेंसियों ने यह साबित किया कि वह पाकिस्तान में ओकाड़ा जगह के समधपुर का रहने वाला है। वहां उसके मां-बाप और भाई बहन रहते हैं। एडिशनल सेशन जज गुरजंट सिंह की अदालत ने आलम को पाकिस्तानी जासूस मानते हुए चौदह साल की सजा सुनाई और 16 हजार रुपए जुर्माना किया।
कैंट और फ्लाईओवरों के नक्शे पाक भेज चुका था
आलम 2006 में जालंधर आया। पुलिस ने तफ्तीश में पाया कि वह जालंधर कैंट की रेकी कर चुका था। कुछ ठिकानों, रास्तों और फ्लाईओवरों के नक्शे ई-मेल कर चुका था। भाखड़ा डैम भी घूम आया था। जालंधर से पहले अंबाला रहा। वहां की सूचनाएं पाकिस्तान भेजीं।
फैसलाबाद से हिंदी सिखाकर भारत भेजा गया था
आलम सिर्फ दसवीं पास था। फैसलाबाद में उसका ताऊ आईएसआई से जुड़ा था। उसे हिंदी वहीं सिखाई गई। ई-मेल करना भी सिखाया गया। यहां वह डीएवी कॉलेज के बाहर एक साइबर कैफे में नियमित रूप से जाता था। सारा संपर्क वह सिर्फ ई-मेल के जरिए ही साधता था।
जालंधर में काम पूरा कर प्रिया को पाकिस्तान ले जाना चाहता था
आलम शायद पकड़ा न जाता। अगर प्रिया सिंह को पाकिस्तान ले जाने की न सोचता। वह पहले अपना पासपोर्ट बनवाना चाहता था। फिर प्रिया का। प्रिया का लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस बनवा चुका था। उसने पुलिस पूछताछ में खुलासा किया था कि जालंधर में उसका 'काम' पूरा हो चुका था। उसे कभी भी वापस बुलाया जा सकता था। या कहीं और भेजा जा सकता था। आलम ने बताया था कि वह प्रिया को पाकिस्तान ले जाना चाहता था।
कैंट से भाखड़ा डैम तक रेकी कर चुका था
2005: फैसलाबाद में ट्रेनिंग ली, हिंदी सीखी, ई-मेल चलाना भी सीखा, नेपाल के रास्ते अंबाला आया।
2006: जालंधर में रेकी करने आया, शुरुआत में सब्जी बेची, नई सब्जी मंडी के जितेंद्र सिंह से दोस्ती गांठी।
2007: जालंधर कैंट से लेकर भाखड़ा डैम तक के दौरे किए, नक्शे पाकिस्तान भेजे।
2008: जितेंद्र की बहन प्रिया के संपर्क में आया, जालंधर लाकर शादी कर ली, फर्जी पते से डीएल बनवाया, बैंक खाता भी खोला।
2010: भारतीय पासपोर्ट बनवाने के लिए अर्जी दी, 21 अगस्त को गिरफ्तार।
2013: २३ जुलाई को कोर्ट ने 14 साल की कैद की सजा सुनाई।
for others...........(trastlated from google as it was published in local newspaper of my city. so sorry for bad english!)
Jalandhar, Alam came in 2006, a vegetable seller kink friendship love his married sister trapped. Akali leader through into getting a driving license. Indian passports that had been caught.
CIA staff in charge of Satish Malhotra (Ludhiana now ACP) team workshops Square August 21, 2010, she was arrested.
How could I know that he is a Pakistani. In the beginning he told me that the police arrested her husband was wrong. Priya Singh's brother used to sell vegetables in the new vegetable market. He made friends. UP Jitendra's wife was with him at death. The two met. Amar Das Thakur's name Msnda Alam Randhawa had opened an account in Allahabad bank branch. Electronic money transfer came through. Dubai via Western Union. His brother was living in Dubai.
About Alam police and intelligence agencies to prove that he is from Pakistan Smdpur Okadha place. There her parents - and siblings live. The court of Additional Sessions Judge Singh Alam Pakistani spy Gurjnt assuming fourteen years imprisonment and fined Rs 16.
Kent had sent the culinary map and flyovers
Alam came Jalandhar in 2006. The police investigation found that he had Reiki to Jalandhar Cantt. Some bases, routes and maps of flyovers e-mail had already begun. Bhakra Dam was also circulating. Prior to Jalandhar to Ambala. The notifications sent to Pakistan.
Faisalabad was sent to India to teach Hindi
Alam was just matriculate. His uncle was linked to the ISI in Faisalabad. While he was taught Hindi. E-mail has been taught to do. The DAV College he was out regularly in a cyber cafe. Contact Sarah just e-mail had practiced through.
Priya completed in Jalandhar wanted to take Pakistan
Alam probably not been arrested. If you do not think of taking Priya Singh, Pakistan. He wanted to make my passport. The beloved. Priya had built the Learning Driving Licence. Jalandhar police inquiries have revealed that his 'work' was completed. It could be recalled at any time. Or had to be sent elsewhere. Alam said that he wanted to take my beloved Pakistan.
Bhakra Dam had Reiki from Kent to
2005 in Faisalabad trained, learned Hindi, e-mail learned to drive, Ambala came through Nepal.
2006: Jalandhar, came to Reiki, vegetables sold at the beginning, New Sabzi Mandi, Jitendra Singh befriended.
2007 from Jalandhar Cantt visits to Bhakra dam, maps sent to Pakistan.
, 2008: Buchanan's sister Priya came in contact with, Jalandhar bringing married, DL made ​​from fake addresses, bank account opened.
2010: The Indian petitioned for a passport, arrested on August 21.
2013: July 23, the court sentenced him to 14 years imprisonment.
source :http://www.bhaskar.com/article/PUN-JAL-pakistani-spy-14-years-imprisonment-punjab-news-jalandhar-4329077-NOR.html?OTS3=