furkansayed
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दोस्तों, अभी अभी श्री श्री फेकू जी महाराज ने श्री राहुल गांधी जी के बयां कि श्री मति सोनिया गांधी जी ने राहुल जी से, सत्ता एक जहर है, पर काफी बयान बाजी कि, कटाक्ष किया.
उनकी बातों का, इस कटाक्ष का 2 तात्पर्य निकलता है.
पहला कि जो वो पूछ रहे हैं कि अगर सत्ता जहर है तो कांग्रेस 60 साल तक जहर बोने का काम करती आयी है.
तो इसपर मै फेकू जी से ये पूछना चाहता हुँ कि क्या १२ साल से वो गुजरात में जहर बो रहे हैं. या अब वो दिल्ली देश में जहर बोने के लिए आ रहे हैं.
और दूसरा या तो फिर वो चुटकी ले रहे थे, और जनता को भड़का रहे थे, कि कांग्रेस कहती तो है कि सत्ता एक जहर है और वो 60 साल से इसका मजा ले रही है.
तो इसपर मै श्री श्री फेकू जी महाराज से पूछना चाहता हुँ कि वो एक्सेप्ट करें कि सचमुच सत्ता एक जहर नहीं है, ये भोग-विलासिता का जीवन जीने की जगह है, स्वर्ग की राज-गद्दी है, अमृत है, जिसके लिए वो गुजरात में केशु भाई पटेल, संजय जोशी सरीखे नेताओं के पैर काट दिए जो की वो गद्दी पर ना बैठ सके.
और अब इसी राज-गद्दी, अमृत आदि के लिए आडवाणी, जेटली, सुषमा सरीखे नेताओं को बीजेपी से काट दिया.
दोस्तों, राहुल जी ने जो कहा था की श्री मति सोनिया गांधी जी ने जो अपने बेटे से कहा की सत्ता एक जहर है, मेरे विचार से सोनिया जी के कहने का मतलब ये था की इसी सत्ता के कारन उनकी सास स्वर्गीय इंदिरा गांधी जी को मार दिया गया, और उनके पति स्वर्गीय राजीव गांधी को भी मौत के घाट उतार दिया गया. सोनिया जी का ये बयान से साफ़ दिखता है ये उनका अपने बेटे राहुल जी के लिए डर है. अगर कुर्सी का लालच होता जो लालच फेकू जी महाराज में कूट कूट कर भरा है, अगर ये लालच होता तो वो 1991 में, 2004 या 2009 में PM बन सकती थी, राहुल जी को भी PM बना सकती थी, और सारे कांग्रेसी नेता इसका सम्मान करते. हाँ एक दिन देश हित के लिए उनको राहुल जी को फ्रंट फुट पर बैटिंग करने के लिए आगे लाना होगा जिसकी शुरुआत उन्होंने राहुल जी को इस लोक सभा का सेनापति बनाकर कर दिया है.
दोस्तों ये श्री श्री फेकू जी महाराज बात को तोड़ मरोड़ कर पेश करने में काफी माहिर हैं. ये लोगो की भावनाओ से खिलवाड़ करने में काफी माहिर हैं.
फेकू जी महाराज, ये जनता जानती है और महसूस करती है की गांधी फॅमिली ने और इस कांग्रेस पार्टी ने देश हित के लिए जो किया है, जो बलिदान दिए हैं, वो कोई और नहीं कर सकता. वो परिवार बलिदान देकर, बिना पद का लालच किये वहाँ हैं, और आप पद के लिए, सिर्फ और सिर्फ कुर्सी के लिए वहाँ हैं. ये काफी बड़ा अंतर है आपमें और सोनिया जी में. और तभी जनता बार बार कांग्रेस को ही सत्ता के दरवाजे तक पहुँचाती है
उनकी बातों का, इस कटाक्ष का 2 तात्पर्य निकलता है.
पहला कि जो वो पूछ रहे हैं कि अगर सत्ता जहर है तो कांग्रेस 60 साल तक जहर बोने का काम करती आयी है.
तो इसपर मै फेकू जी से ये पूछना चाहता हुँ कि क्या १२ साल से वो गुजरात में जहर बो रहे हैं. या अब वो दिल्ली देश में जहर बोने के लिए आ रहे हैं.
और दूसरा या तो फिर वो चुटकी ले रहे थे, और जनता को भड़का रहे थे, कि कांग्रेस कहती तो है कि सत्ता एक जहर है और वो 60 साल से इसका मजा ले रही है.
तो इसपर मै श्री श्री फेकू जी महाराज से पूछना चाहता हुँ कि वो एक्सेप्ट करें कि सचमुच सत्ता एक जहर नहीं है, ये भोग-विलासिता का जीवन जीने की जगह है, स्वर्ग की राज-गद्दी है, अमृत है, जिसके लिए वो गुजरात में केशु भाई पटेल, संजय जोशी सरीखे नेताओं के पैर काट दिए जो की वो गद्दी पर ना बैठ सके.
और अब इसी राज-गद्दी, अमृत आदि के लिए आडवाणी, जेटली, सुषमा सरीखे नेताओं को बीजेपी से काट दिया.
दोस्तों, राहुल जी ने जो कहा था की श्री मति सोनिया गांधी जी ने जो अपने बेटे से कहा की सत्ता एक जहर है, मेरे विचार से सोनिया जी के कहने का मतलब ये था की इसी सत्ता के कारन उनकी सास स्वर्गीय इंदिरा गांधी जी को मार दिया गया, और उनके पति स्वर्गीय राजीव गांधी को भी मौत के घाट उतार दिया गया. सोनिया जी का ये बयान से साफ़ दिखता है ये उनका अपने बेटे राहुल जी के लिए डर है. अगर कुर्सी का लालच होता जो लालच फेकू जी महाराज में कूट कूट कर भरा है, अगर ये लालच होता तो वो 1991 में, 2004 या 2009 में PM बन सकती थी, राहुल जी को भी PM बना सकती थी, और सारे कांग्रेसी नेता इसका सम्मान करते. हाँ एक दिन देश हित के लिए उनको राहुल जी को फ्रंट फुट पर बैटिंग करने के लिए आगे लाना होगा जिसकी शुरुआत उन्होंने राहुल जी को इस लोक सभा का सेनापति बनाकर कर दिया है.
दोस्तों ये श्री श्री फेकू जी महाराज बात को तोड़ मरोड़ कर पेश करने में काफी माहिर हैं. ये लोगो की भावनाओ से खिलवाड़ करने में काफी माहिर हैं.
फेकू जी महाराज, ये जनता जानती है और महसूस करती है की गांधी फॅमिली ने और इस कांग्रेस पार्टी ने देश हित के लिए जो किया है, जो बलिदान दिए हैं, वो कोई और नहीं कर सकता. वो परिवार बलिदान देकर, बिना पद का लालच किये वहाँ हैं, और आप पद के लिए, सिर्फ और सिर्फ कुर्सी के लिए वहाँ हैं. ये काफी बड़ा अंतर है आपमें और सोनिया जी में. और तभी जनता बार बार कांग्रेस को ही सत्ता के दरवाजे तक पहुँचाती है