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Pratilipi » श्रीकांत वर्मा / Shrikant Verma
कशी में शव
तुमने देखी है कशी?
जहाँ, जिस रास्ते
जाता है शव –
उसी रास्ते
आता है शव!
शवों का क्या!
शव आएंगे,
शव जायेंगे –
पूछो तो, किसका है यह शव?
रोहिताश्व का?
नहीं, नहीं,
हर शव रोहिताश्व नहीं...