कानपुर, कार्यालय प्रतिनिधि/ हमारे संवाददाता : उनकी आंखों में कुछ कर दिखाने का जुनून है। देश की चरमराती व्यवस्था में जान फूंकने की कुव्वत, मोदी इज माई होप..। यह उनकी सोच है, जो बुद्धा पार्क की विशाल रैली में नरेंद्र मोदी को सुनने आए थे।
'जागरण' ने जब युवा, बुजुर्ग और मुसलमानों से बात की तो उनके अंदर मोदी के प्रति प्यार साफ झलका। वे बोले कि हमारी उम्मीदों को नमो ही पंख लगा सकते हैं।
मोदी बहाएंगे विकास की गंगा
बीकाम छात्रा नेहा मिश्रा व आईआईटी छात्र सौजन्य, आरती व कंचन ने कहा कि छात्रों को लैपटाप, टैबलेट व बेरोजगारी भत्ता बांटने से काम नहीं चलेगा। युवाओं को रोजगार चाहिए, तभी असली समस्या खत्म होगी। आईआईटी छात्राएं पूनम, दीपा व अर्चना ने कहा कि हमें रोजगार मिलेगा तो लैपटाप व टैबलेट स्वयं ही खरीद लेंगे। मोदी ने जैसी विकास की गंगा गुजरात में बहायी है, वह पूरे देश में बहनी चाहिए। बीटेक कर रहे योगेश शर्मा व अतुल सिन्हा कहते हैं कि रोजगार बढ़ाकर बेरोजगारी दूर की जाए। देश में रोजगार की संभावनाएं अधिक होंगी तो युवाओं को परेशानी नहीं होगी। पत्रकारिता की पढ़ाई कर रहीं प्रतिष्ठा सिंह व श्रुति शुक्ला के मुताबिक दूसरी सरकारों ने युवाओं के लिए कुछ नहीं किया। हमारी नजर मोदी की ओर है, इसलिए हम उन्हें यहां सुनने आए हैं।
यूपी से ज्यादा गुजरात में सुरक्षित हैं मुसलमान
नरेंद्र मोदी का क्रेज मुस्लिमों के बीच भी दिखाई दिया। मुस्लिम युवकों ने नमो नमो का जाप कर मोदी को अविवादित नेता बताया। रैली का हिस्सा बनने कल्याणपुर के इम्तियाज मुस्लिम युवकों के साथ बुद्धा पार्क पहुंचे थे। मोदी की अल्पसंख्यक विरोधी छवि के बारे में पूछने पर बताया कि सभी आरोप बेबुनियाद हैं। मोदी बेदाग हैं। यहां इरफान अहमद, मो. असलम, मो. आसिफ, सफी अहमद, मो. साजिद हुसैन, जाहिर अहमद आदि आए थे।
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बुजुर्गो को भी भाए मोदी
हमार जिंदगी तो गुजर गे बच्चन का एइसन जिंदगी न गुजारे देब। ई खातिर हिन आए हैं। कोउ हमार तकदीर बदले तो काहे न ओके सुनी। और संगी साथी राहे तौ भीड़ मा बिछड़ गे।'
अगनू, कटरी गांव
मोदी को प्रधानमंत्री बनाने आए हैं। मोदी नाम की हवा बह रही है। युवाओं में जोश है। इस जोश को हम बूढ़े थोड़ा धक्का देंगे तो मोदी नैया पार लग जाएगी।
रामप्रकाश सिंह, रायबरेली
एक-एक बूंद से सागर भरता है। एक-एक आदमी से मैदान भरेगा और एक-एक वोट से देश की सरकार बनेगी और यह एक आदमी (मोदी
देश की तकदीर बदलेगा।
जयकरन सिंह, शिवाजी नगर
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उम्मीद लेकर पहुंची महिलाएं
पूरा देश मोदी से उम्मीद लगाए है। हम भी उनका दम देखने आए हैं। गृहस्थी का बजट सही रहे और महिला के साथ हो रहे अत्याचार थमें, यही उम्मीद है।
पारुल सिंह, वर्किंग वूमेन
मनरेगा में काफी समय से पैसे का भुगतान नहीं किया गया। हम यहां उम्मीद लेकर आए हैं कि मोदी प्रधानमंत्री बनेंगे तो सारी समस्याएं हल हो जाएंगी।
गुले ऑसमी, मनरेगा में कार्यरत
बेरोजगारी और गरीबी बढ़ती जा रही है। अपराध इतने बढ़ गए हैं कि कब कौन चपेट में आ जाए कोई नहीं जानता। सभी को उस व्यक्ति को सुनना चाहिए जिसने गुजरात में बहुत कुछ करके दिखाया हो।
नम्रता गुप्ता, शिक्षिका